हमीरपुर,
टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टौणी देवी मेडिकल ब्लॉक की 12 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हुई हैं। इस संबंध में एसडीएम हमीरपुर 24 जनवरी को ग्राम प्रधानों को प्रमाणपत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करेंगे। ग्राम प्रधानों से अपने गाँव के लोगों को जागरूक करने और टीबी मुक्त अभियान में सहयोग करने की अपील की गई है। 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। बता दें कि, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टौणी देवी मेडिकल ब्लॉक में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के लिए अभियान चलाया गया था। अभियान में जिले की 12 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त के लिए चुनी गई है। ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर टौणी देवी डॉक्टर रमेश रत्तू ने बताया कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत उन गांवों को चुना गया है। जहां एक हजार की जनसंख्या पर कोई टीबी मरीज न हो। एक हजार की जनसंख्या पर कम से कम तीस संभावित टीबी मरीजों के बलगम की जांच की गई। टीबी मरीज न मिलने पर उसे टीबी मुक्त घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत बनने से ग्राम पंचायतों में जन जागरूकता के साथ टीबी उन्मूलन के प्रति साक्षरता बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि अभी भी मेडिकल ब्लॉक टौणी देवी जिसमें मेडिकल कॉलेज हमीरपुर भी शामिल है , करीब 425 टीबी के मरीज हैं जिनका उपचार चला हुआ है।
इन पंचायतों को 24 जनवरी को मिलेगा टीबी मुक्त अवॉर्ड
बीएमओ डॉक्टर रमेश रत्तू ने बताया कि मेडिकल ब्लॉक टौणी देवी के तहत आने वाली 12 पंचायतों को टीबी मुक्त अवॉर्ड अवॉर्ड मिलेगा। ये पंचायतें बलोह, बारी, भरनाग, भटेड , गुवारडू, लग कड़ियार, लंबलू, पटनाउन, स्वाहल, अमरोह, उटपुर और काले अंब हैं।